Home » Blog » ल्हासा में दूसरा छिंगहाई-तिब्बत वैज्ञानिक अभियान सम्मेलन शुरू: 30,000 वैज्ञानिकों के 8 साल के शोध के परिणाम जारी

ल्हासा में दूसरा छिंगहाई-तिब्बत वैज्ञानिक अभियान सम्मेलन शुरू: 30,000 वैज्ञानिकों के 8 साल के शोध के परिणाम जारी

Facebook
Twitter
WhatsApp

ल्हासा.  तिब्बत की राजधानी ल्हासा में 19-20 नवंबर को “दूसरे छिंगहाई-तिब्बत वैज्ञानिक अभियान परिणाम अनुप्रयोग सम्मेलन” शुरू हुआ। 19 अगस्त 2017 को शुरू हुए इस मेगा प्रोजेक्ट में अब तक 3,000 से ज्यादा अभियान दल और 30,000 से अधिक वैज्ञानिकों ने हिस्सा लिया है।

बिहार में नीतीश कुमार बने एनडीए विधायक दल के नेता: 20 नवंबर को गांधी मैदान में लेंगे सीएम शपथ

शीत्सांग (तिब्बत) के विज्ञान-प्रौद्योगिकी विभाग के प्रमुख जोउ चनय्वी ने बताया कि 8 साल के अथक शोध से एशियाई जल मीनार, पठारी जलवायु पैटर्न, त्रि-आयामी अवलोकन नेटवर्क, जल संसाधन नियमन, जैव विविधता, कार्बन उत्सर्जन चरम और कार्बन तटस्थता जैसे क्षेत्रों में बड़ी मात्रा में डेटा जुटाया गया है। अभियान ने पृथ्वी प्रणाली विज्ञान में छह बड़ी नई खोजें की हैं।

इन निष्कर्षों से छिंगहाई-तिब्बत पठार पर जल, पारिस्थितिकी और मानवीय गतिविधियों की गहरी समझ बनी है। पठार पर बुनियादी अनुसंधान का स्तर ऊंचा हुआ है और भविष्य के गहन शोध के लिए मजबूत आधार तैयार हुआ है।

हिमांशु नांदल बने राष्ट्रीय पैरा तैराकी के सर्वश्रेष्ठ तैराक: तीन गोल्ड के साथ रचा इतिहास

प्रैक्टिकल उपयोग:

  • 50 से ज्यादा नीति परामर्श रिपोर्ट तैयार
  • 20 से अधिक नियोजन और डिजाइन परियोजनाओं में परिणाम शामिल
  • कार्बन चरम, कार्बन तटस्थता और आपदा जोखिम नियंत्रण की 30 से अधिक बड़ी परियोजनाओं में लागू

यह अभियान विश्व के सबसे ऊंचे और सबसे जटिल पारिस्थितिकी तंत्र की वैज्ञानिक समझ को नया आयाम दे रहा है।

ADVT_WhatsAPP_The X India_Web

टॉप स्टोरी

ज़रूर पढ़ें