मुजफ्फरनगर। साइबर क्राइम सेल ने 3 करोड़ 9 लाख की ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट ठगी गिरोह का तीसरा शातिर खालिद पुत्र इनामूलहक (निवासी बाराबंकी) को धर दबोचा। इससे पहले दो आरोपी मौहम्मद माज और अम्बरीश मिश्रा जेल जा चुके हैं। अब खालिद के कब्जे से 2 मोबाइल, 1 लैपटॉप और 1 वाईफाई राउटर बरामद हुआ है।
फेसबुक दोस्ती से 3 करोड़ का खेल
SP क्राइम इंदु सिद्धार्थ ने जानकारी देते हुए बताया ki नई मंडी निवासी सचिन कुमार ने 9 अक्टूबर को पुलिस से शिकायत की थी कि फेसबुक पर दोस्ती हुई, फिर “ज्यादा मुनाफा” का लालच देकर 3 करोड़ 9 लाख 22 हजार ठग लिए। मुकदमा दर्ज़ करते हुए पुलिस ने अब तक 50 लाख की रकम फ्रीज कर पीड़ित को वापस की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
नेपाल में ट्रेनिंग, चीन-कंबोडिया कनेक्शन
SP क्राइम इंदु सिद्धार्थ ने जानकारी देते हुए बताया कि पूछताछ में खालिद ने चौंकाने वाला खुलासा किया। BHMCT ग्रेजुएट खालिद नौकरी ढूंढ रहा था। बाराबंकी में सार्थक से मिला, फिर अमान ने नेपाल बुलाया। वहां चीनी गिरोह से ट्रेनिंग ली। कंबोडिया, चीन, सिंगापुर के मास्टरमाइंड से पार्टी में मिला। नेपाली नंबर लेकर भारत लौटा और टेलीग्राम पर “जार्डन-जैम्स” के नाम से पेज बनाए। अब तक की जांच में 50 से ज्यादा बैंक अकाउंट्स पर फ्राड किए जाने का खुलासा हुआ है!

10 करोड़ की ठगी का SBI अकाउंट
SP क्राइम इंदु सिद्धार्थ ने जानकारी देते हुए बताया कि खालिद के फोन से SBI अकाउंट मिला, जिसमें 23 साइबर फ्राड शिकायतें मिली और करीब 10 करोड़ की ठगी का खुलासा हुआ! DISHA MANAV KALYAN SAMITI के ICICI अकाउंट में एक करोड़ 27 लाख का लेनदेन मिला। तमिलनाडु, दिल्ली, महाराष्ट्र से भी कई शिकायतें मिली हैं। इस पूरे खेल में कुल 29 अकाउंट्स इस्तेमाल हुए।
फरार उपेन्द्र चंदेल की तलाश
गिरोह का चौथा सदस्य उपेन्द्र चंदेल (निवासी कानपुर) फरार है। पुलिस ने साफ कहा कि “जल्द पकड़ा जाएगा।”
साइबर ठगों की खैर नहीं
SSP संजय कुमार वर्मा, SP क्राइम अधीक्षक अपराध इन्दु सिद्धार्थ और थाना प्रभारी सुल्तान सिंह की टीम ने कमाल किया। जनता बोली – “साइबर ठगों का खेल खत्म!” लेकिन सवाल – ऐसे गिरोह कितने और हैं?




