बीजिंग, 23 अक्टूबर। चीन और अमेरिका के बीच बढ़ते व्यापारिक तनाव को कम करने के लिए दोनों देशों के प्रतिनिधि मलेशिया में मिलेंगे। चीनी वाणिज्य मंत्रालय ने गुरुवार को घोषणा की कि उपप्रधानमंत्री हे लीफेंग 24 से 27 अक्टूबर तक एक प्रतिनिधिमंडल के साथ मलेशिया जाएंगे, जहां वे अमेरिकी पक्ष के साथ आर्थिक और व्यापारिक मुद्दों पर चर्चा करेंगे। यह बैठक दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों के संगठन (आसियान) शिखर सम्मेलन के दौरान कुआलालंपुर में होगी।
मंत्रालय के बयान के अनुसार, यह निर्णय दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्षों—अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग—के बीच हालिया फोन वार्ता में हुई सहमति के अनुरूप है।
चर्चा का फोकस चीन-अमेरिका आर्थिक और व्यापारिक संबंधों के प्रमुख मुद्दों पर होगा, जिसमें टैरिफ वृद्धि, आपूर्ति श्रृंखला, और तकनीकी प्रतिबंध शामिल हैं। हे लीफेंग हाल ही में अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट और व्यापार प्रतिनिधि जेमिसन ग्रीर के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर चुके हैं, जहां दोनों पक्षों ने नई वार्ता दौर की सहमति जताई थी।
यह बैठक ट्रंप प्रशासन द्वारा चीनी उत्पादों पर 155% तक टैरिफ बढ़ाने की धमकी के बाद महत्वपूर्ण है, जिसके जवाब में चीन ने भी अमेरिकी वस्तुओं पर जवाबी कदम उठाने की चेतावनी दी थी।
मलेशिया को तटस्थ मंच चुनने का कारण आसियान शिखर सम्मेलन है, जो दोनों देशों के बीच तनाव को कम करने का अवसर प्रदान करेगा। बैठक के बाद, ट्रंप और शी जिनपिंग की 31 अक्टूबर को दक्षिण कोरिया के ग्योंगजू में एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग (एपीईसी) शिखर सम्मेलन में मुलाकात की उम्मीद है।
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चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने कहा कि वार्ता “महत्वपूर्ण मुद्दों” पर केंद्रित होगी, जिसमें द्विपक्षीय व्यापार को स्थिर करने और वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला को मजबूत करने पर जोर दिया जाएगा। यह कदम 2018 से चले आ रहे व्यापार युद्ध को शांत करने की दिशा में एक सकारात्मक कदम माना जा रहा है, हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि टैरिफ और तकनीकी प्रतिबंधों पर सहमति कठिन होगी।





