दो साल के ‘लिव-इन रिलेशनशिप’ में धोखा खाकर, जातिसूचक गालियों और मारपीट के बाद दलित महिला ने सुसाइड का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर चेतावनी दी, ‘मैं दलित हूं, इसलिए मेरी नहीं सुनाई जाती!’
मुजफ्फरनगर की नई मंडी कोतवाली इलाके में किराए के मकान में रहने वाली एक दलित महिला ने अपने हाथ की नस काटकर वीडियो बनाया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
वीडियो में वह अपने दो छोटे बच्चों के साथ सुसाइड करने की चेतावनी दे रही है। महिला ने मेरठ के गंगा नगर निवासी अरूण पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
दो साल का ‘लिव-इन रिलेशनशिप’ और धोखा
महिला का कहना है कि पिछले दो साल से वह अरूण के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में रह रही थी। अरूण ने बार-बार शादी का वादा किया, बच्चों को अपना नाम देने का आश्वासन दिया, लेकिन अब अरूण मुकर गया।
महिला ने आरोप लगाया कि अरूण ने उसके साथ मारपीट की, जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल किया और शादी से इंकार कर दिया। उसने दावा किया कि दो साल तक मानसिक और यौन शोषण का शिकार रही और फिर उसे छोड़कर फरार हो गया।
पुलिस में दो तहरीर, लेकिन कार्रवाई जीरो
महिला ने नई मंडी कोतवाली में लिखित तहरीर दी। उसने बताया कि पहली तहरीर में अरूण के दोस्त अर्पित के बहकावे में आकर खुद को अरूण की पत्नी बताया था, लेकिन बाद में दूसरी तहरीर में साफ किया कि शादी नहीं हुई, बल्कि शोषण हुआ। पुलिस ने पहली तहरीर के आधार पर हल्की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया और आगे कोई कार्रवाई नहीं की।

जाति का दर्द और सुसाइड की चेतावनी
वीडियो में महिला ने खुलकर कहा, “मैं दलित हूं, इसलिए मेरी सुनवाई नहीं हो रही। अगर मैं बड़ी जाति या पैसे वाली होती तो तुरंत कार्रवाई हो जाती। ऐसी स्थिति में मेरे पास मरने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा।” उसने अपने बच्चों के साथ सुसाइड करने की बात कही।
क्या कहती है पुलिस?
वीडियो वायरल होने के बाद नई मंडी कोतवाली पुलिस ने महिला को बुलाया। उससे बयान दर्ज कराया और साक्ष्य मांगे।
सीओ नई मंडी राजू कुमार साव ने बताया,
“महिला ने पहले एसएसपी को प्रार्थना-पत्र दिया था, जिसमें खुद को अरूण की पत्नी बताया था। उसी आधार पर मुकदमा दर्ज हुआ। अब महिला खुद इस बात को नकार रही है।”
सीओ ने कहा कि मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच चल रही है।

सवाल जो अनुत्तरित हैं
क्या पुलिस पहले तहरीर के आधार पर कार्रवाई को जायज ठहरा रही है? क्या जातिगत भेदभाव के आरोपों की जांच होगी? क्या महिला और उसके बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी? ये सवाल अभी बाकी हैं।





