अमित सैनी
मुज़फ़्फ़रनगर से ‘द एक्स इंडिया’ के लिए
उत्तर प्रदेश के मुज़फ्फरनगर में रुड़की रोड से मदीना चौक तक का रास्ता, जो कभी शहर की अहम सड़कों में शुमार था, अब अपनी बदहाली की कहानी खुद कह रहा है। यह सड़क अब टूटे-फूटे नाले और गहरे गड्ढों में तब्दील हो चुकी है। स्थानीय निवासियों के अनुसार, यह रास्ता इतना खराब हो चुका है कि उस पर पैदल चलना भी दूभर हो गया है।
सड़क पर पानी और हादसों को दावत
सड़क के गड्ढों में भरे पानी ने इस रास्ते को और खतरनाक बना दिया है। बारिश के बाद तो हालात और भी खराब हो जाते हैं। आए दिन होने वाले हादसों ने स्थानीय लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। यह सड़क श्मशान घाट, कई स्कूलों और अस्पतालों को जोड़ती है। लेकिन सड़क की हालत ऐसी है कि कोई अर्थी लेकर यहां से गुजरने की हिम्मत तक नहीं कर सकता।
10 साल से सुधार का इंतजार
स्थानीय लोगों का कहना है कि इस सड़क की चौड़ाई भले ही 70 फीट हो, लेकिन इसकी हालत पिछले 10 सालों से जस की तस बनी हुई है। अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से कई बार शिकायतें की गईं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
स्थानीय निवासियों का क्या कहना है?
स्थानीय निवासियों ने कहा कि इस सड़क पर चलने से रोजाना जान का जोखिम बना रहता है। “यहां से गुजरने वाले बच्चों और बुजुर्गों को सबसे ज्यादा परेशानी होती है। कई बार गड्ढों में फंसकर बाइक और कार दुर्घटनाग्रस्त हो चुकी हैं। लेकिन कोई अधिकारी ध्यान देने को तैयार नहीं है।”
प्रशासन की चुप्पी
स्थानीय प्रशासन की ओर से इस सड़क पर कोई मरम्मत कार्य नहीं हुआ है। रुड़की रोड से मदीना चौक तक के रास्ते पर हर दिन हजारों वाहन गुजरते हैं, लेकिन उनकी सुरक्षा को नजरअंदाज किया जा रहा है।
क्या इस सड़क की हालत में सुधार होगा? या फिर यह बदहाली आने वाले दिनों में और जानलेवा साबित होगी? यह सवाल अब भी अधूरा है।