रामपुर में देर रात खूनी मुठभेड़, STF ने गोलीबाज गो तस्कर को धूल चटाई
- शाहबाज़ ख़ान, रामपुर से ‘द एक्स इंडिया’ के लिए
रामपुर। यूपी स्पेशल टास्क फोर्स (UP STF) ने एक और कुख्यात अपराधी को सलाखों के बजाए गोली का निशाना बनाया। गोरखपुर के NEET छात्र दीपक गुप्ता की नृशंस हत्या के मुख्य आरोपी और एक लाख इनामी गो-तस्कर जुबैर कुरैशी उर्फ कालिया को STF ने गंज थाना क्षेत्र में देर रात मुठभेड़ में ढेर कर दिया।
यह कार्रवाई 26 सितंबर की रात चाकू चौक से मंडी मार्ग पर हुई, जब जुबैर ने पुलिस पर फायरिंग की। जवाबी कार्रवाई में गोली लगने से वह गंभीर घायल हो गया। जिला अस्पताल ले जाते समय डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
गोरखपुर हत्याकांड का खौफनाक बैकग्राउंड
यह एनकाउंटर गोरखपुर के पिपरैच थाना क्षेत्र में 16 सितंबर को हुई दिल दहला देने वाली हत्या से जुड़ा है। 19 वर्षीय NEET कंडीडेट दीपक गुप्ता पशु तस्करों को रोकने के लिए अकेले स्कूटर पर उनका पीछा कर रहा था।
तस्करों ने उसे पिकअप वैन में घसीटा एवं उसे घसीटते हुए साथ ले गए और क्रूरता से हत्या कर दी।
इस हत्याकांड के विरोध में स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया और एक तस्कर को पकड़ लिया, जो बाद में अस्पताल में मर गया। CM योगी आदित्यनाथ ने दीपक के परिवार से मुलाकात की और सख्त कार्रवाई का वादा किया।
जुबैर कुरैशी का काला इतिहास
18 मुकदमे, गो-तस्करी का सरदार
जुबैर कुरैशी (26), गेर मर्दन खान का निवासी, गो-तस्करी का कुख्यात सरदार था। उसके खिलाफ रामपुर, बलरामपुर, गोंडा और गोरखपुर में 18 मुकदमे दर्ज थे, जिनमें पशु क्रूरता (Animal Cruelty), गौ हत्या (Cow Slaughter), हत्या का प्रयास (Attempt to Murder) और हत्या (Murder) शामिल थे।
छात्र हत्याकांड का मास्टरमाइंड
गोरखपुर हत्याकांड में वह मास्टरमाइंड था। एक लाख के इनामी बदमाश जुबैर की लंबे समय से तलाश थी। STF ने इंटेलिजेंस और क्राइम रिकॉर्ड्स से उसका सुराग लगाया।
मुठभेड़ का खौफनाक सिलसिला
फायरिंग, पुलिस घायल, जुबैर ढेर
26 सितंबर की देर रात STF की नोएडा यूनिट, रामपुर पुलिस और स्थानीय टीम को सूचना मिली कि जुबैर गंज क्षेत्र में छिपा है। बाइक चेकिंग के दौरान घेराबंदी की।
खुद को घिरा देख जुबैर ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। दरोगा राहुल जादौन और कांस्टेबल संदीप घायल हो गए।
जवाबी कार्रवाई में STF ने गोली चलाई और गोली लगने से जुबैर गंभीर घायल हो गया। अस्पताल ले जाते समय उसकी मौत हो गई। मौके से हथियार भी बरामद हुए।
जुबैर का अपराधिक साम्राज्य खत्म
मुरादाबाद DIG मुनिराज ने कहा, “रामपुर CO सिटी और गंज थाने की टीम ने मुठभेड़ की। जुबैर कालिया का अपराधिक इतिहास लंबा है। 17 मुकदमे यूपी के अलग-अलग जिलों में दर्ज हैं। जिनमें गैंगस्टर, गोकशी, हत्या प्रयास शामिल है। गोरखपुर हत्याकांड में तो वो मास्टरमाइंड था। उस पर एक लाख का इनाम था। बाइक चेकिंग के दौरान छिपे होने की सूचना मिली, घेराबंदी की। उसने फायरिंग की, जवाब में गोली लगी।”
गोरखपुर हत्याकांड का पूरा खुलासा
तस्करों ने चुराई थी गाय
16 सितंबर को पिपरैच में तस्करों ने गाय चुराई। दीपक गुप्ता ने उनका पीछा किया। तस्करों ने उसे वैन में घसीटा, घुमाया और क्रूरता से मार डाला। जिसको लेकर स्थानीयों ने विरोध किया, एक तस्कर को पकड़ा जो मर गया। CM योगी ने परिवार से मिले।
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STF की अपराधियों पर लगाम
STF की यह कार्रवाई यूपी में अपराधियों पर लगाम का संकेत है। 2025 में STF ने 50+ एनकाउंटर किए, जिनमें 30+ अपराधी ढेर हुए। दीपक के परिवार ने न्याय का स्वागत किया।
गो-तस्करी का काला चेहरा
जुबैर का नेटवर्क रामपुर से गोरखपुर तक फैला था। गाय चोरी, बिक्री, हत्या… वो सबका सरदार था। पुलिस ने उसके साथियों की तलाश तेज कर दी है।