मुजफ्फरनगर में शिवसेना की फूट, घास मंडी मंदिर विवाद से जुबानी जंग, दोनों गुट आमने-सामने, चरम पर तनाव
- ‘द एक्स इंडिया’ के लिए प्रधान संपादक अमित सैनी की रिपोर्ट
मुजफ्फरनगर। शिवसेना के दोनों गुटों के बीच पुरानी घास मंडी के प्राचीन मंदिर विवाद ने फिर से तूल पकड़ लिया है। मामला सोशल मीडिया पर कमेंटबाजी और जुबानी जंग तक पहुंच गया है। दोनों संगठन के पदाधिकारी एक-दूसरे की पोल खोलने और कानूनी पचड़े में फंसाने की जद्दोजहद में लगे हैं।
शिवसेना जिला प्रमुख बिट्टू सिखेड़ा के गुट और मनोज सैनी गुट के बीच आरोप-प्रत्यारोप की बौछार हो रही है, जो हिंदू संगठनों की एकता को चुनौती दे रहा है।
मनोज सैनी की SSP को शिकायत
आरोप है कि बिट्टू सिखेड़ा ने सोशल मीडिया पर मनोज सैनी गुट पर अमर्यादित और अशोभनीय टिप्पणी की थी। मनोज सैनी ने बिट्टू सिखेड़ा की टिप्पणी पर गंभीर आपत्ति जताई। गत दिवस उन्होंने SSP को लिखित शिकायत देकर मुकदमा दर्ज कराने की मांग की।
सैनी गुट ने कहा था कि
“सिखेड़ा की टिप्पणी उनकी छवि बिगाड़ रही है। कानूनी कार्रवाई जरूरी है।” यह विवाद मंदिर विवाद से जुड़ा है, जहां दोनों गुट भूमि और प्रबंधन पर भिड़े हुए हैं।
मनोज सैनी गुट पर फर्जी होने का आरोप
बिट्टू सिखेड़ा ने कहा, “मनोज सैनी वाला शिवसेना गुट फर्जी है। उनके पास कोई नियुक्ति पत्र नहीं है। हमारी शिवसेना एडीए गठबंधन सरकार को समर्थित वाली असली शिवसेना है।”
सिखेड़ा ने उगाही और वसूली का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, “उनका किसी से मतभेद नहीं है, लेकिन दूसरा पक्ष उगाही कर संगठन का नाम बदनाम कर रहा है। उनका नाम इस्तेमाल न करें, तो कोई दिक्कत नहीं।”
‘संयुक्त मोर्चा नहीं, बेवड़ा मोर्चा’ :शरद कपूर
सहारनपुर मंडल अध्यक्ष शरद कपूर ने मनोज सैनी गुट पर तीखा प्रहार किया।
उन्होंने कहा, “कुछ लोगों ने बेवड़ा मोर्चा बना लिया और खुद को हिंदूवादी नेता बताते हैं। ये वो लोग हैं, जिन्हें गलत आचरण की वजह से पार्टी से बाहर निकाल दिया गया था।”
#मुजफ्फरनगर: शिवसेना के दो गुट ‘असली और नकली’ को लेकर आमने सामने हैं! मंदिर से शुरू हुआ विवाद अब ज़ुबानी जंग, सोशल मीडिया पर टिप्पणी और क़ानूनी पचड़ों में फँसाने की जुगत तक पहुँच गया है! शरद कपूर ने मनोज सैनी के संयुक्त हिंदू मोर्चा को ‘बेवड़ा मोर्चा ’ करार दिया! #muzaffarnagar pic.twitter.com/N5eYTS1Irk
— Amit Kr Saini (@editoramitsaini) September 26, 2025
उन्होंने कहा, “ये केवल समाज में हिंदूवादी होने का ड्रामा करते हैं। इनकी पोल शहर में हर कोई जानता है। इनका चरित्र सबको मालूम है। इनकी समाज में कोई औकात नहीं है।”
मंदिर विवाद से जुबानी जंग, कानूनी पचड़े की धमकी
शिवसेना (UBT) और शिंदे गुट के बीच राष्ट्रीय स्तर पर फूट के बाद मुजफ्फरनगर में स्थानीय गुटों का टकराव गहरा गया है। घास मंडी मंदिर विवाद भूमि और प्रबंधन पर केंद्रित है। दोनों गुट सोशल मीडिया पर एक-दूसरे पर हमलावर हैं।
सिखेड़ा ने कार्यालय में पदाधिकारियों द्वारा शराब पीने और मीट खाने के आरोपों पर कहा,
“अगर साबित हो, तो संन्यास ले लूंगा।”
कार्यकर्ताओं में भ्रम, राजनीतिक नुकसान
यह फूट शिवसेना की एकता को कमजोर कर रहा है। कार्यकर्ताओं में भ्रम है और राजनीतिक नुकसान हो रहा। स्थानीय नेता बोले, “गुटबाजी से संगठन कमजोर हो रहा।”
कानूनी लड़ाई, सामाजिक तनाव
दोनों गुट कानूनी पचड़े में फंसाने की धमकी दे रहे। मंदिर विवाद कोर्ट में पहुंच सकता है। यह घटना यूपी में शिवसेना की आंतरिक कलह को दर्शाती है। जिस तरीके से दोनों गुट एक-दूसरे पर हमलावर है और एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप कर रहे हैं, निश्चित तौर पर दोनों गुटों में भारी तनाव है, जो भविष्य में बढ़ सकता है।
भविष्य में समझौते के सवाल पर बिट्टू सिखेड़ा ने कहा, “सवाल ही पैदा नहीं होता है। उन लोगों से मेरा मन कभी भी नहीं मिल सकता।”
SSP कार्यालय में सम्मान
शुक्रवार को बिट्टू सिखेड़ा कई पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ SSP कार्यालय पहुंचे। उनका मकसद SSP को सम्मानित करना था, लेकिन SSP की अनुपस्थिति में उन्होंने अन्य अधिकारी को सम्मान दिया। यह सम्मान तितावी इलाके के अलीपुर कलां के गायब छात्र की सकुशल बरामदगी के लिए था।
सिखेड़ा ने कहा, “पुलिस का सम्मान हमारा कर्तव्य है।”