मुजफ्फरनगर में ट्रैफिक जाम से निजात के लिए DM उमेश मिश्रा और SSP संजय वर्मा ने ई-रिक्शा रूट व्यवस्था शुरू की। हरी झंडी दिखाकर रिक्शे रवाना किए गए। जल्द आएंगे कलर-कोडेड रिक्शे, जो शहर को जाम-मुक्त बनाएंगे!
मुजफ्फरनगर। 15 अक्टूबर को शहर को ट्रैफिक जाम से राहत की दिशा में बड़ा कदम उठाया। DM उमेश मिश्रा और SSP संजय कुमार वर्मा ने ई-रिक्शा रूट व्यवस्था का शुभारंभ किया। दोनों ने हरी झंडी दिखाकर रिक्शों को रवाना किया। यह पहल शहर की सड़कों को सुगम और सुरक्षित बनाने का वादा करती है।
तीन महीने की मेहनत
पिछले तीन महीनों से पुलिस अधीक्षक यातायात अतुल कुमार चौबे ने सर्वे और अध्ययन किया। शहर के मुख्य मार्गों, बाजारों और रिहायशी इलाकों के लिए रूट तय किए गए। DM और ARTO मुजफ्फरनगर ने भी पूरा सहयोग दिया। हर रूट को ध्यान से चुना गया ताकि जाम की समस्या खत्म हो।
कलर-कोडेड रिक्शे जल्द
जल्द ही ई-रिक्शों को रंगों से कोड किया जाएगा। हर रूट का अलग रंग होगा। इससे यात्रियों को सही रिक्शा पहचानने में आसानी होगी। यह व्यवस्था ट्रैफिक को और सुव्यवस्थित करेगी। लोग बिना भटके अपनी मंजिल तक पहुंचेंगे।
SSP का वादा!
SSP संजय वर्मा ने कहा कि यह व्यवस्था जाम को कम करेगी। लोग सुरक्षित और समय पर सफर करेंगे। उनका लक्ष्य है मुजफ्फरनगर को ट्रैफिक व्यवस्था में मॉडल शहर बनाना। उन्होंने लोगों से अपील की कि रूट का पालन करें।
जनता को राहत
मुजफ्फरनगर की सड़कों पर जाम आम बात है। बाजार और मुख्य मार्गों पर घंटों रुकना पड़ता है। यह नई व्यवस्था राहत लाएगी। लोग तेजी से और सुरक्षित सफर कर पाएंगे। स्थानीय निवासी राजेश ने कहा, “अब बाजार जाना आसान होगा। रिक्शे सही रास्ते पर चलेंगे।”
प्रशासन की सख्ती
पुलिस ने चेतावनी दी कि रूट तोड़ने वालों पर कार्रवाई होगी। ARTO नियम तोड़ने वाले रिक्शों का चालान करेगा। इससे नियमों का पालन सुनिश्चित होगा। SSP ने कहा कि यह अभियान निरंतर चलेगा।
शहर की उम्मीद
मुजफ्फरनगर में ट्रैफिक जाम से व्यापारी, छात्र और कर्मचारी परेशान हैं। 2024 में 500 से ज्यादा जाम की घटनाएं दर्ज हुईं। यह व्यवस्था शहर को नई दिशा देगी। लोग अब बिना तनाव के सफर करेंगे।
सामाजिक संदेश
यह पहल सिर्फ ट्रैफिक सुधार तक सीमित नहीं। यह शहरवासियों को नियम पालन का संदेश देती है। DM ने कहा, “सब मिलकर काम करें तो मुजफ्फरनगर देश का नंबर वन शहर बनेगा।” जनता से नियम मानने की अपील की गई।