नई दिल्ली. पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच सीमा पर तनाव चरम पर पहुंच गया है। पाकिस्तानी सेना द्वारा अफगानिस्तान के पक्तिका प्रांत में की गई एयरस्ट्राइक में तीन स्थानीय क्रिकेटरों समेत आठ लोगों की मौत हो गई, जबकि सात अन्य घायल हो गए।
इस घटना के बाद अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (एसीबी) ने पाकिस्तान, श्रीलंका और अफगानिस्तान के बीच नवंबर में होने वाली त्रिकोणीय टी20 सीरीज से हटने का फैसला किया है।
घटना का विवरण
पक्तिका प्रांत के उरगुन जिले में शुक्रवार रात हुई इस एयरस्ट्राइक में क्लब स्तर के क्रिकेटर कबीर, सिबगतुल्लाह और हारून सहित तीन खिलाड़ी शहीद हो गए। ये खिलाड़ी पक्तिका की राजधानी शराना में एक मैत्रीपूर्ण क्रिकेट मैच खेलने के बाद उरगुन लौट रहे थे।
एसीबी के बयान के अनुसार, हमले में पांच अन्य नागरिक भी मारे गए। यह हमला 48 घंटे के युद्धविराम का उल्लंघन माना जा रहा है, जो दोनों देशों के बीच हाल ही में घोषित किया गया था।
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एसीबी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व ट्विटर) पर शोक संदेश जारी करते हुए इसे “पाकिस्तानी शासन की कायरतापूर्ण कार्रवाई” बताया। बोर्ड ने कहा, “यह घटना अफगानिस्तान के खेल समुदाय, एथलीटों और क्रिकेट परिवार के लिए अपूरणीय क्षति है। शहीदों के परिवारों और पक्तिका के लोगों के प्रति हमारी गहरी संवेदना है।”
त्रिकोणीय सीरीज पर असर
17 नवंबर से लाहौर और रावलपिंडी में होने वाली यह त्रिकोणीय टी20 सीरीज अफगानिस्तान के लिए दूसरी ऐसी सीरीज होती, जिसमें पाकिस्तान शामिल होता। एसीबी ने पीड़ितों के सम्मान में भाग न लेने का फैसला लिया। बोर्ड ने कहा, “इस दुखद घटना के बाद और पीड़ितों के प्रति सम्मान जताते हुए, हम नवंबर के अंत में होने वाली पाकिस्तान की आगामी त्रिकोणीय टी20 सीरीज में हिस्सा नहीं लेंगे।”
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) की ओर से अभी कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।
राशिद खान का दर्दभरा संदेश
अफगानिस्तान के स्टार लेग स्पिनर और टी20 कप्तान राशिद खान ने भी इस घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया। एक्स पर पोस्ट में उन्होंने लिखा, “पाकिस्तानी हवाई हमलों में नागरिकों की मौत से मुझे गहरा दुख हुआ है।
यह त्रासदी महिलाओं, बच्चों और उन महत्वाकांक्षी युवा क्रिकेटरों की है, जो वैश्विक मंच पर अपने देश का प्रतिनिधित्व करने का सपना देखते थे। सिविलियन इंफ्रास्ट्रक्चर को निशाना बनाना पूरी तरह अनैतिक और बर्बर है। ये कार्रवाइयां मानवाधिकारों का गंभीर उल्लंघन हैं, इन्हें नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।”
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राशिद ने एसीबी के फैसले का समर्थन करते हुए कहा, “निर्दोष लोगों की मौत के बाद, मैं पाकिस्तान के खिलाफ आगामी मैचों से हटने के एसीबी के फैसले का स्वागत करता हूं। इस कठिन समय में मैं अपने लोगों के साथ हूं।”
पृष्ठभूमि: सीमा तनाव
पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच 11 अक्टूबर से सीमा पर झड़पें तेज हो गई थीं, जिसमें दोनों पक्षों से दर्जनों मौतें हुईं। डुरांड लाइन के पास हुए संघर्ष के बाद 48 घंटे का युद्धविराम घोषित किया गया, लेकिन पाकिस्तान द्वारा उरगुन और बरमल जिलों में हमले ने इसे तोड़ दिया। अफगान तालिबान अधिकारियों ने जवाबी कार्रवाई की चेतावनी दी है।
अन्य अफगान क्रिकेटर जैसे मोहम्मद नबी और फजलहक फारूकी ने भी इसकी निंदा की है। नबी ने कहा, “यह न केवल पक्तिका बल्कि पूरे अफगान क्रिकेट परिवार और राष्ट्र के लिए त्रासदी है।”
यह घटना खेल और कूटनीति के बीच संवेदनशील संतुलन को उजागर करती है, जहां सीमा विवाद ने क्रिकेट जैसे खेल को भी प्रभावित कर दिया है। एसीबी की ओर से प्रार्थना की गई है कि शहीदों को जन्नत मिले और घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ हो।