कर्मचारियों ने कहा, “जब तक आखिरी सांस हैं, तब तक अपने हक की लड़ाई जारी रखेंगे।”
‘द एक्स इंडिया’ के लिए प्रधान संपादक अमित सैनी की रिपोर्ट
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुज़फ़्फ़रनगर जिले के छपार टोल प्लाजा पर डिप्टी मैनेजर अरविंद पांडे की हत्या के बाद धरना दे रहे टोल कर्मचारियों के बीच रविवार को हड़कंप मच गया। नई मंडी कोतवाली इलाके के पचेंडा गांव की रहने वाली महिला कर्मचारी पूजा की अचानक तबीयत बिगड़ गई।
साथी कर्मचारियों ने तुरंत उसे पुरकाजी CHC पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने गंभीर हालत देखकर जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया। धरना सातवें दिन में प्रवेश कर चुका है और कर्मचारियों का आरोप है कि प्रशासन की लापरवाही से उनकी जिंदगियां खतरे में हैं।
पुराने कर्मचारियों की छंटनी, धरने की शुरुआत
यह धरना डिप्टी मैनेजर अरविंद पांडे की बेरहमी से हत्या से उपजा है। हत्या के बाद टोल कर्मियों ने अपनी सुरक्षा और सैलरी से 30% कमीशनखोरी के खिलाफ आवाज उठाई। नतीजा? पांच-छह साल पुराने सभी कर्मचारियों को नौकरी से हटा दिया गया।
धरनारत कर्मचारी शुभम ने कहा, “हमारी लड़ाई रोजी-रोटी और चूल्हों की आग की है, लेकिन इसे जाति का रंग दे दिया गया। पुराने कर्मचारियों को हटाकर नए लाए गए।”
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महिला कर्मचारी पूजा का संघर्ष
भूख-प्यास, गर्मी का कहर
पूजा पचेंडा गांव की रहने वाली है, जो धरने में महिलाओं के साथ ड्यूटी दे रही थी।
शुभम ने बताया, “नवरात्रि में भूखे-प्यासे पुरुष-महिलाएं धूप में बैठे हैं। पूजा की हालत बिगड़ गई, पुरकाजी CHC से रेफर किया। अगर सुधार न हुआ, तो मेरठ जाना पड़ेगा।”
पूजा की साथी पायल गर्ग ने कहा, “हमारी दो मांगें हैं, सुरक्षा और 30% कमीशन बंद। लेकिन कोई सुनता नहीं।”
प्रशासन की खामोशी, कर्मचारियों का गुस्सा
पायल ने मिशन शक्ति पर तंज कसा, “महिलाओं की सुरक्षा का नारा तो है, लेकिन धरने में हमारी सुध कौन लेता है? सात दिन से कोई अधिकारी नहीं आया।”
‘हक की लड़ाई को मूंछों की लड़ाई बना दिया’
कर्मचारियों ने कहा, “हमारी लड़ाई स्टाफ की है, जाति की नहीं। लेकिन इसे मूंछों की लड़ाई बना दिया।” जिला प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए उन्होंने धरना जारी रखने का संकल्प लिया।
#मुजफ्फरनगर टोल हत्याकांड: धरने में महिला कर्मचारी की हालत बिगड़ी, कर्मचारी बोले, “रोजी रोटी के हक की लड़ाई को मूंछों की लड़ाई बना दीl जब तक आखिरी सांस हैं, तब तक अपने हक की लड़ाई जारी रखेंगे।” #muzaffarnagar pic.twitter.com/cUgTPcR7j0
— Amit Kr Saini (@editoramitsaini) September 28, 2025
क्या है पूरा मामला?
अपहरण से कत्ल तक
हत्या का मामला भौराकलां थाना क्षेत्र के मोहम्मदपुर रायसिंह के शुभम चौधरी और शिव मलिक से जुड़ा है। शराब के नशे में टोल पर धुत दोनों को डिप्टी अरविंद पांडे ने टोका। रात 2 बजे लौटे आरोपी प्रदीप के साथ हमला किया। अरविंद को कार में घसीटा, गला रेतकर हत्या की, शव मेरठ की झाड़ियों में फेंका।
मुठभेड़ में तीनों आरोपी गिरफ्तार
FIR के बाद पानीपत-खटीमा मार्ग पर मुठभेड़ में बदमाशों ने फायरिंग की, जवाब में शुभम और शेखर घायल, प्रदीप पकड़ा गया। पुलिस ने कहा, “आरोपियों का आपराधिक इतिहास लंबा है।”
ठेकेदार पर आरोप
मांगेराम त्यागी ने ठेकेदार विनोद मलिक पर साजिश का आरोप लगाया। ज्ञापन में कहा, “शव मिलने से पहले हत्या की पुष्टि के शब्द, पोस्टमॉर्टम पर नहीं पहुंचे। FIR किसने कराई? मलिक ने मांगेराम त्यागी पर रंगदारी का आरोप लगाया।
टोल कर्मियों का दर्द
टोल कर्मियों ने कहा, “24 घंटे ड्यूटी पर डर।” पायल ने कहा, “सुरक्षा और कमीशन बंद… ये हमारी मांगें।”