मुजफ्फरनगर के बूढ़ाना तहसील और भौराकला थाना क्षेत्र के बहरामगढ़ (गफ्फूरगढ़) गांव के दलित प्रधान कलीराम ने बुधवार को DM उमेश कुमार मिश्रा से उनके कार्यालय में मुलाकात की। कलीराम ने गांव के कुछ दबंगों द्वारा बंजर भूमि पर अवैध कब्जे की शिकायत दर्ज कराई।
महीनों से चली आ रही पीड़ा
कलीराम ने बताया कि वह पिछले पांच-छह महीनों से इस मामले में शिकायतें कर रहे हैं। लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही। दबंगों ने सरकारी बंजर भूमि पर जबरन कब्जा कर लिया है। यह भूमि गांव के सामूहिक उपयोग के लिए आरक्षित है।
लेखपाल की फोन रिकॉर्डिंग का खुलासा
कलीराम ने डीएम को लेखपाल से हुई फोन रिकॉर्डिंग सौंपी। रिकॉर्डिंग में लेखपाल कलीराम को कहता सुनाई दे रहा है, “तुम्हें जो करना हो कर लो, मैं कुछ नहीं कर सकता।” यह बयान प्रशासनिक उदासीनता को उजागर करता है।
कलीराम ने कहा, ‘लेखपाल और दबंगों के सामने वह बेबस और लाचार महसूस कर रहे हैं। दलित प्रधान होने के नाते उन्हें लगातार धमकियां मिल रही हैं।’ उन्होंने डीएम से तत्काल कार्रवाई की गुहार लगाई।
डीएम का त्वरित निर्देश
डीएम उमेश कुमार मिश्रा ने शिकायत को गंभीरता से लिया। उन्होंने एसडीएम बूढ़ाना को तुरंत जांच करने और कार्रवाई का आदेश दिया।
दलित प्रधान की लड़ाई
कलीराम का मामला दलित समुदाय की लापरवाही के खिलाफ लड़ाई का प्रतीक बन गया। उन्होंने कहा कि दबंगों का कब्जा गांव की एकता को तोड़ रहा है। डीएम की कार्रवाई से उम्मीद जगी है।
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