मुजफ्फरनगर की नगर पालिका परिषद की पूर्व सभासद और वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता पूनम शर्मा ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) को एक शिकायती पत्र सौंपकर हिंदूवादी नेता सुमित बजरंगी पर गंभीर आरोप लगाए।
उन्होंने सुमित पर सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ अपमानजनक वीडियो वायरल करने, 5 लाख रुपये की उगाही, और जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया। पूनम शर्मा अपने संगठन की महिलाओं के साथ SSP कार्यालय पहुंचीं और सख्त कार्रवाई की मांग की।
निजी कार्यक्रम से शुरू हुआ विवाद
मामला एक आगामी निजी कार्यक्रम से जुड़ा है, जिसके प्रचार के लिए पूनम शर्मा ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा की थी।
इस पोस्ट पर सुमित बजरंगी ने कथित तौर पर “लव जिहाद में हिंदू बेटियों और बहनों को फंसाने” का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ एक आपत्तिजनक वीडियो पोस्ट किया। इस वीडियो ने सोशल मीडिया पर तूल पकड़ा, जिससे पूनम शर्मा आहत हुईं।
उन्होंने इसे न केवल उनकी व्यक्तिगत मानहानि, बल्कि सामाजिक और धार्मिक आधार पर भड़काऊ कृत्य करार दिया।
उगाही और धमकी के आरोप
पूनम शर्मा ने बताया कि सुमित बजरंगी ने उनके खिलाफ वीडियो वायरल कर सामाजिक रूप से बदनाम करने की कोशिश की।
“जब मैंने सुमित से संपर्क कर वीडियो हटाने को कहा, तो उसने 5 लाख रुपये की मांग की। पैसे न देने पर उसने और आपत्तिजनक सामग्री वायरल करने और जान से मारने की धमकी दी,” उन्होंने कहा।
पूनम ने सुमित को एक दबंग और असामाजिक प्रवृत्ति का व्यक्ति बताया, जिसने जानबूझकर जातिगत और धार्मिक टिप्पणियों के जरिए माहौल बिगाड़ने की कोशिश की।
कानूनी कार्रवाई की मांग
SSP कार्यालय में शिकायत दर्ज कराते हुए पूनम शर्मा ने पुलिस से त्वरित और सख्त कार्रवाई की मांग की।
उन्होंने कहा कि इस तरह की हरकतें न केवल उनकी व्यक्तिगत प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाती हैं, बल्कि सामाजिक समरसता को भी नुकसान पहुंचा सकती हैं।
पूनम ने बताया कि सुमित की फेसबुक आईडी से वायरल वीडियो ने उनके परिवार और सामाजिक संगठन को बदनाम करने की कोशिश की है।
“मैं चाहती हूं कि आरोपी के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई हो ताकि भविष्य में कोई ऐसी हरकत न करे,” उन्होंने कहा।