नई दिल्ली. दुबई एयरशो 2025 के अंतिम दिन शुक्रवार दोपहर भारत का स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस एक एरोबेटिक प्रदर्शन के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में विमान के पायलट की मौके पर ही मौत हो गई। भारतीय वायुसेना ने तुरंत कोर्ट ऑफ इंक्वायरी गठित करने का आदेश दिया है ताकि हादसे के सटीक कारणों का पता लगाया जा सके।
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घटना दुबई के अल मकतूम इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर करीब 2:10 बजे स्थानीय समय (दोपहर करीब 3:40 बजे IST) हुई, जब तेजस निर्धारित उड़ान प्रदर्शन के दौरान अचानक नियंत्रण खो बैठा और जमीन से टकरा गया। वीडियो फुटेज में विमान तेजी से नीचे गिरते हुए आग का गोला बनता नजर आ रहा है। पायलट को इजेक्ट होने का मौका नहीं मिला, जिससे उनकी जान चली गई।
वायुसेना ने आधिकारिक बयान जारी कर कहा, “दुबई एयरशो 2025 के दौरान एक तेजस विमान हवाई प्रदर्शन के वक्त दुर्घटनाग्रस्त हो गया। पायलट को गंभीर चोटें आईं, जो घातक साबित हुईं। वायुसेना इस अपूरणीय क्षति पर गहरा शोक व्यक्त करती है और शोकाकुल परिवार के साथ मजबूती से खड़ी है।” वायुसेना ने जोर दिया कि सभी तथ्य सत्यापित हो जाने पर ही विस्तृत जानकारी साझा की जाएगी।
कोर्ट ऑफ इंक्वायरी में उड़ान के तकनीकी, परिचालन और सुरक्षा पहलुओं की गहन जांच होगी। विशेषज्ञों का मानना है कि यह तेजस का दूसरा ज्ञात हादसा है – पहला 2024 में राजस्थान में एक अभ्यास के दौरान हुआ था, जिसमें पायलट बच निकले थे। दुबई एयरशो आयोजकों ने भी भारतीय पक्ष के साथ सहयोग का वादा किया है।
हादसे के तुरंत बाद एयरशो के इमरजेंसी टीमों और स्थानीय प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर कदम उठाए। एयरस्पेस का एक हिस्सा अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया था, लेकिन करीब 90 मिनट बाद प्रदर्शन फिर शुरू हो गया। दुबई मीडिया ऑफिस ने कहा, “भारतीय तेजस विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें पायलट की दुखद मौत हो गई।” जमीन पर कोई हताहत नहीं हुआ।
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तेजस, हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) द्वारा विकसित हल्का बहुउद्देशीय लड़ाकू विमान, दुबई एयरशो 2025 में भारत की एयरोस्पेस क्षमताओं का प्रतीक था। यह शो में सूर्यकिरण एरोबैटिक टीम के साथ हिस्सा ले रहा था। भारत पवेलियन में HAL, DRDO और कोरल टेक्नोलॉजी जैसी कंपनियों ने अपनी तकनीकें प्रदर्शित कीं। दुबई एयरशो, मध्य पूर्व का सबसे बड़ा एविएशन इवेंट, में 1,500 से ज्यादा प्रदर्शक और 150 देशों से 1,48,000 से अधिक पेशेवर शामिल हुए।
यह हादसा भारत की स्वदेशी रक्षा तकनीक के वैश्विक प्रदर्शन के बीच आया है, जहां तेजस को विदेशी खरीदारों के लिए मार्केटिंग की जा रही थी। हाल ही में केंद्र ने HAL के साथ 97 अतिरिक्त तेजस Mk-1A के लिए अनुबंध साइन किया था।





