मुजफ्फरनगर में छात्र उज्जवल के आत्मदाह के बाद अनस ने पेट्रोल डालकर खुद को आग लगा दी और अब यूसुफ ने चेतावनी दी, ‘और टॉर्चर हुआ तो जिंदगी खत्म कर लूंगा!’
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर ज़िले के सिखेड़ा थाना क्षेत्र में पुलिसिया टॉर्चर का एक और सनसनीखेज मामला सामने आया है। स्थानीय युवक यूसुफ ने थाना प्रभारी योगेंद्र शर्मा पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उसका दावा है कि इंस्पेक्टर दिन-रात व्हाट्सएप कॉल करके उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे हैं। कॉल रिसीव करने पर धमकियां देते हैं, नहीं उठाने पर लगातार कॉल करके परेशान करते हैं। यह सिलसिला इतना बढ़ गया कि यूसुफ ने आत्महत्या की चेतावनी दे डाली।

नौकरी छिनी, घर में लाले पड़े
यूसुफ जानसठ-मीरापुर बस स्टैंड यूनियन में काम करता था। उसका आरोप है कि इंस्पेक्टर ने यूनियन को फोन करके उसकी नौकरी छुड़वा दी। अब वह पूरी तरह बेरोजगार है। बेटी बीए में पढ़ रही है, लेकिन फीस जमा नहीं कर पाया। घर में खाने-पीने के भी लाले पड़े हैं। यूसुफ ने कहा, “पुलिस ने मेरी जिंदगी बर्बाद कर दी।”

विवाद की जड़ पुराना मामला
विवाद की जड़ पानीपत-खटीमा मार्ग पर यूसुफ का पान का खोखा है। पड़ोसी नसीमा से विवाद था। 25 फरवरी 2025 को एसडीएम जानसठ के आदेश पर खोखा हटाया गया, लेकिन 21 अप्रैल 2025 को तत्कालीन इंस्पेक्टर विनोद कुमार फोर्स लेकर पहुंचे और तोड़फोड़ की। यूसुफ के वकील सचिन धीमान ने बताया कि पुलिस ने सामान ट्रॉली में लादा, चार कोल्ड ड्रिंक बोतलें लूटीं, पत्नी के साथ बदसलूकी की। यह सब सीसीटीवी में कैद हुआ।
CO जांच में लूट साबित, लेकिन कार्रवाई शून्य
अधिवक्ता सचिन धीमान का दावा है कि शिकायत के बाद तत्कालीन सीओ नई मंडी रूपाली रॉय चौधरी की जांच में लूट की पुष्टि हुई। पुलिस ने जीडी में सिर्फ एक बोतल दर्ज की, जबकि वीडियो में पुलिस वाले 4 बोतलें उठाते हुए साफ नज़र आ रहे हैं। लगातार जांच और शिकायतों के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। कोई कार्रवाई न होने से यूसुफ ने CrPC 156(3) के तहत कोर्ट में केस दायर किया।

रिश्वत का सनसनीखेज आरोप
यूसुफ ने आरोप लगाया कि नसीमा ने पुलिस को मोटी रिश्वत दी। बदले में उसे परेशान करने और घर छोड़कर भगाने की साजिश रची गई।
क्या कहती है पुलिस?
एसपी सिटी सत्य नारायण प्रजापत ने कुछ भी कहने से इनकार किया। इंस्पेक्टर योगेंद्र शर्मा ने कॉल को जांच का हिस्सा बताया। धमकी या टॉर्चर के आरोप को निराधार करार दिया। नौकरी छुड़वाने की बात भी खारिज की।
सपा विधायक का वादा
सपा विधायक पंकज मलिक ने कहा कि उज्जवल, अनस और यूसुफ के मामले गंभीर हैं। उच्चाधिकारियों को जांच कर दोषियों पर कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने तीनों मामलों को विधानसभा में उठाने का आश्वासन दिया।
पुलिसिया टॉर्चर की बढ़ती घटनाएं
उज्जवल ने फीस विवाद में आत्मदाह किया, अनस ने पुलिस टॉर्चर का आरोप लगाकर पेट्रोल डाला, अब यूसुफ ने आत्महत्या की चेतावनी दी। ये मामले पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर रहे हैं।





